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बायोग्राफी

डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के संस्थापक

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डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार (1889-1940) एक महान स्वतंत्रता सेनानी, समाज सुधारक, और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के संस्थापक थे। उन्होंने भारत को एक संगठित, स्वावलंबी और सांस्कृतिक रूप से सशक्त राष्ट्र बनाने के लिए 1925 में विजयादशमी के दिन नागपुर में RSS की स्थापना की।

प्रमुख योगदान:

  1. स्वतंत्रता संग्राम में भूमिका
    हेडगेवार जी ने युवा अवस्था में ही स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लिया। वे अनुशीलन समिति जैसे क्रांतिकारी संगठन से जुड़े और बाद में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल हुए। हालांकि, उन्हें लगा कि केवल राजनीतिक आज़ादी पर्याप्त नहीं है; भारत को सांस्कृतिक और सामाजिक रूप से भी जागरूक करना आवश्यक है।
  2. RSS की स्थापना
    उन्होंने भारतीय समाज को संगठित करने और हिंदू समाज में एकता स्थापित करने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की नींव रखी। संघ का उद्देश्य भारत की सांस्कृतिक विरासत को पुनर्जीवित करना और एक सशक्त, संगठित समाज बनाना था।
  3. शाखा प्रणाली का विकास
    डॉ. हेडगेवार ने शाखाओं के माध्यम से संघ के कार्यों का विस्तार किया, जहां स्वयंसेवकों को अनुशासन, संगठन, और राष्ट्र सेवा का प्रशिक्षण दिया जाता है।
  4. राष्ट्रनिर्माण में योगदान
    हेडगेवार जी का मानना था कि एक मजबूत, संगठित समाज ही भारत को स्वतंत्रता और समृद्धि की ओर ले जा सकता है। उन्होंने संघ के माध्यम से युवाओं को राष्ट्र निर्माण, सेवा, और सामाजिक सुधार के लिए प्रेरित किया।
  5. आजीवन सादा जीवन और उच्च विचार
    डॉ. हेडगेवार ने अपना जीवन देश और समाज की सेवा के लिए समर्पित कर दिया। वे अत्यंत साधारण जीवन जीते थे लेकिन उनके विचार और दृष्टि बहुत ऊंची थी।

विरासत

1940 में उनके निधन के बाद, एम.एस. गोलवलकर (गुरुजी) ने संघ का नेतृत्व संभाला और इसे एक राष्ट्रीय संगठन में परिवर्तित कर दिया। आज, डॉ. हेडगेवार द्वारा स्थापित RSS, भारत का सबसे बड़ा सामाजिक संगठन है, जो देश के सामाजिक, सांस्कृतिक और राष्ट्रीय उत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

डॉ. हेडगेवार का जीवन और कार्य आज भी करोड़ों स्वयंसेवकों को प्रेरित करता है, जो "राष्ट्र प्रथम" के सिद्धांत पर चलते हुए समाज और देश के कल्याण में जुटे हैं।